झारखंड की राजधानी रांची में विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन की ‘उलगुलान न्याय रैली’ का आयोजन हो रहा है, जिसमें 14 राजनीतिक दलों के नेता हिस्सा लेने वाले हैं, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अबदुल्ला, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव शामिल हैं, इस रैली का नेतृत्व झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) कर रहा है,
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मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन इस रैली में प्रमुख वक्ता होंगे,विपक्ष का आरोप है कि केंद्र सरकार राज्य के आदिवासियों-मूलवासियों पर अत्याचार कर रही है और उन्हें जल, जंगल और जमीन से दूर करने की साजिश की जा रही है, रैली में विपक्ष शासित राज्यों के खिलाफ संघीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने और उनके राज्य सरकार के नेताओं को मनगढ़ंत और झूठे आरोपों पर बदनाम करने की कथित साजिश प्रमुख मुद्दा है,
वही दूसरी ओर झारखंड के रांची में इंडिया गठबंधन की महारैली होने जा रही है, इससे पहले राज्य की सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक विधायक की नाराजगी सामने आई है, JMM विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने ऐलान कर दिया है कि वह महारैली में शामिल नहीं होंगे, वह गठबंधन दलों के साथ पार्टी की रैली को लेकर नाराज हैं और पार्टी को अकेले चुनाव लड़ने की वकालत कर रहे हैं,
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इस रैली के खिलाफ भाजपा चुनाव आयोग के पास पहुंच गई है, बीजेपी का आरोप है कि रैली आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है, बीजेपी ने अपनी शिकायत में कहा है कि जिस तरह से INDI गठबंधन ने रैली को लेकर खुलेआम गाड़ियों पर झंडे बैनर और पोस्टर/होर्डिंग लगाए हैं, वह आचार संहिता का उल्लंघन है, झारखंड बीजेपी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने EC से मुलाकात की है , अब देखना ये है कि आखिर चुनाव आयोग इस पर क्या फैसला लेती है ।