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Bihar Assembly Election 2025 से पहले चुनाव आयोग सख्त, इन राज्यों से बांग्लादेशी घुसपैठियों को हटाने का आदेश

Bihar Assembly Election 2025

Bihar Assembly Election 2025 जैसे-जैसे नज़दीक आ रहा है, वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मियां तेज़ होती जा रही हैं। इस बार न सिर्फ राजनीतिक दलों की तैयारी जोरों पर है, बल्कि चुनाव आयोग (Election Commission) भी अपनी तरफ से मतदाता सूची को साफ़-सुथरा और पारदर्शी बनाने में जुटा हुआ है।

चुनाव आयोग ने एक बड़ा फैसला लेते हुए बांग्लादेशी घुसपैठियों को मतदाता सूची से हटाने का निर्देश जारी किया है। यह आदेश केवल बिहार ही नहीं, बल्कि छह राज्यों के लिए लागू किया गया है।

किन राज्यों में होगी कार्रवाई?

चुनाव आयोग ने जिन 6 राज्यों को इस विशेष जांच और कार्रवाई के तहत रखा है, वे हैं:

  1. बिहार
  2. पश्चिम बंगाल
  3. असम
  4. मेघालय
  5. त्रिपुरा
  6. मिज़ोरम

इन सभी राज्यों में बांग्लादेश से लगी सीमाएं हैं और समय-समय पर घुसपैठ की खबरें सामने आती रही हैं। खासतौर पर बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) को देखते हुए, आयोग की ये सख्ती बेहद अहम मानी जा रही है। चुनाव आयोग प्रशासन के साथ मिलकर चुनाव से पहले घुसपैठ पर पूरी तरह से नकेल कसने की तैयारी में है।

Bihar Assembly Election 2025

क्यों जरूरी थी ये कार्रवाई?

चुनाव आयोग का मानना है कि अगर बांग्लादेशी घुसपैठिए अवैध रूप से वोटर लिस्ट में शामिल हो जाते हैं, तो इससे चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते हैं।

  • कई बार फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर ये लोग वोटर कार्ड हासिल कर लेते हैं।
  • फिर वे चुनावों में वोट डालते हैं, जिससे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था प्रभावित होती है।
  • इसलिए, चुनाव से पहले इन फर्जी नामों को हटाना बेहद जरूरी है।

क्या कहता है कानून?

भारतीय नागरिकता अधिनियम और चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक:

  • केवल भारतीय नागरिकों को वोट डालने का अधिकार है।
  • यदि कोई व्यक्ति अवैध रूप से भारत में रह रहा है और वह वोटर लिस्ट में शामिल है, तो यह एक गंभीर अपराध माना जाता है।

किस तरह होगी जांच?

चुनाव आयोग ने ज़िला प्रशासन और राज्य सरकारों को यह निर्देश दिया है कि वे:

  • घर-घर सर्वे करें
  • संदिग्ध लोगों की पहचान करें
  • दस्तावेज़ों की जांच-पड़ताल करें
  • और अगर कोई व्यक्ति घुसपैठिया पाया जाता है तो उसे तुरंत वोटर लिस्ट से हटाया जाए

इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी वैध नागरिक को गलती से हटाया न जाए।

Bihar Assembly Election 2025 में आधार से लिंकिंग का भी सुझाव

चुनाव आयोग लंबे समय से वोटर कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने की प्रक्रिया पर जोर दे रहा है। इससे:

  • एक व्यक्ति का एक ही वोटर कार्ड रहेगा
  • डुप्लिकेट या फर्जी वोटर कार्ड की समस्या खत्म होगी
  • और नागरिक की पहचान पक्की रहेगी

जनता को क्या करना चाहिए?

अगर आप बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वोट देना चाहते हैं, तो यह ज़रूरी है कि:

  • आप अपने वोटर कार्ड की जानकारी जांच लें
  • अगर आपने अभी तक वोटर कार्ड नहीं बनवाया है तो तुरंत आवेदन करें
  • और अगर आपके इलाके में कोई संदिग्ध व्यक्ति बिना सही दस्तावेजों के रह रहा है और वोटर लिस्ट में नाम जुड़वा चुका है, तो इसकी सूचना चुनाव आयोग या प्रशासन को दें

राजनीति पर असर

इस कार्रवाई का राजनीतिक असर भी साफ़ दिखाई दे सकता है।

  • कुछ विपक्षी दल इस पर सवाल उठा सकते हैं कि ये कार्रवाई चुनाव से ठीक पहले क्यों की जा रही है
  • वहीं, सत्ताधारी दल इसे चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम बता रहे हैं।
  • बिहार जैसे राज्य में जहां जातीय और धर्म आधारित वोटिंग पैटर्न देखा जाता है, वहां ऐसे मुद्दे पर राजनीति गर्मा सकती है।

निष्कर्ष

Bihar Assembly Election 2025 को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करने में लगा है कि हर वोट वैध हो। बांग्लादेशी घुसपैठियों को वोटर लिस्ट से हटाना एक साहसिक कदम है जो लोकतंत्र को मजबूत करता है।

आने वाले दिनों में बिहार समेत अन्य सीमावर्ती राज्यों में इस कार्रवाई का असर साफ़ देखा जा सकेगा। इस कदम से न केवल फर्जी वोटिंग रुकेगी, बल्कि लोगों का चुनाव आयोग पर विश्वास भी और मज़बूत होगा ।