World Test Championship 2025 के शुरू होते ही टेस्ट क्रिकेट में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने 26 जून 2025 को टेस्ट क्रिकेट के लिए एक नया नियम लागू किया है, जिसे “स्टॉप क्लॉक रूल” कहा जा रहा है। यह नियम पहले से वनडे और टी20 क्रिकेट में लागू किया जा चुका था, लेकिन अब इसे टेस्ट फॉर्मेट में भी शामिल कर लिया गया है।
इस नए नियम की मदद से टेस्ट क्रिकेट में समय की बर्बादी को रोकना और खेल को अधिक तेज़, रोमांचक और देखने लायक बनाना है।
स्टॉप क्लॉक नियम क्या है?
स्टॉप क्लॉक नियम का मतलब है कि फील्डिंग करने वाली टीम को हर ओवर के बाद तय समय सीमा में अगला ओवर शुरू करने के लिए तैयार रहना होगा। इस नियम के अनुसार, जैसे ही एक ओवर खत्म होता है, अगला ओवर शुरू करने के लिए 1 मिनट (60 सेकंड) का समय मिलता है।
यदि फील्डिंग टीम इस निर्धारित समय में तैयार नहीं होती है, तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को 5 रन का बोनस दिया जाएगा। यानी बॉलिंग टीम पर 5 रन की सीधी पेनल्टी लगाई जाएगी।
नियम का काम करने का तरीका
इस नियम के तहत:
- हर ओवर के बाद घड़ी 0 से 60 सेकंड तक चलेगी।
- फील्डिंग साइड को इस समय में बॉलर और फील्ड की सेटिंग तैयार करनी होगी।
- पहली दो बार देरी होने पर अंपायर चेतावनी देंगे।
- अगर तीसरी बार देरी हुई, तो 5 रन की पेनल्टी तुरंत जोड़ दी जाएगी।
इसके अलावा, टेस्ट मैच के दौरान हर 80 ओवर के बाद वार्निंग काउंटर रीसेट हो जाएगा, यानी फिर से दो चेतावनियों का मौका मिलेगा।
World Test Championship 2025 में इसकी शुरुआत क्यों?
World Test Championship 2025 के साथ यह नियम लागू करने की सबसे बड़ी वजह यह है कि टेस्ट क्रिकेट को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाया जा सके। समय की बर्बादी, विशेष रूप से ओवरों के बीच में, लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक रही है।
कई बार देखा गया है कि फील्डिंग टीमें रणनीति बनाने या बॉलिंग चेंज करने में जरूरत से ज़्यादा समय लगाती हैं। इससे खेल की गति धीमी हो जाती है, दर्शकों का रुझान कम होने लगता है और मैच निर्धारित समय पर खत्म नहीं हो पाता।
इस नियम की ज़रूरत क्यों पड़ी?
- समय की बर्बादी रोकने के लिए
- मैच को तय समय में खत्म कराने के लिए
- दर्शकों के रोमांच को बनाए रखने के लिए
- जानबूझकर देरी करने वाली रणनीतियों पर रोक लगाने के लिए
World Test Championship 2025 के तहत होने वाले मुकाबलों में ICC चाहती है कि खेल का स्तर और व्यावसायिकता दोनों बेहतर हों। स्टॉप क्लॉक नियम इसी दिशा में एक बड़ा कदम है।


क्या पहले भी ऐसा कुछ हुआ है?
जी हां, इससे पहले बल्लेबाज़ों के लिए टाइम आउट रूल लाया गया था। अगर कोई बल्लेबाज़ आउट होने के बाद तय समय में अगला बल्लेबाज़ क्रीज पर नहीं आता, तो उसे आउट करार दिया जा सकता है।
अब ठीक उसी प्रकार, गेंदबाज़ी टीम पर यह नियम लागू होगा। यानी थोड़ी सी भी देरी अब सीधे 5 रन का नुकसान करा सकती है। इससे खेल में अनुशासन और गति दोनों बढ़ेगी।
किसे होगा फायदा और किसे नुकसान?
✅ फायदा:
- दर्शकों को
- बल्लेबाज़ी करने वाली टीम को
- टेस्ट क्रिकेट के रोमांच को
❌ नुकसान:
- धीमी गति से खेलने वाली गेंदबाज़ी टीमें
- कप्तानों को बार-बार फील्डिंग में बदलाव करने की आदत
अब टेस्ट मैच और तेज़, और मजेदार
World Test Championship 2025 में यह नया नियम टेस्ट क्रिकेट को एक नया तेवर देने जा रहा है। अब दर्शकों को लंबे-लंबे गैप और सुस्त रफ्तार की जगह फुर्तीला और आकर्षक खेल देखने को मिलेगा। ICC का यह प्रयास टेस्ट फॉर्मेट को एक बार फिर से युवाओं और आम दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाने की दिशा में एक साहसिक कदम है।