कर्नाटक के धर्मस्थल में एक रहस्यमयी खुदाई ने पूरे देश को चौंका कर रख दिया है। खुदाई के सातवें दिन 100 हड्डियों के टुकड़े और नर कंकाल के अवशेष मिलने की खबर ने इलाके में सनसनी फैला दी है। ये खुदाई साइट नंबर 6 से 11 तक की गई, जहां से ये चौंकाने वाले अवशेष बरामद हुए हैं। इस केस को अब तक का सबसे रहस्यमयी “मास बरीयल केस” माना जा रहा है।
क्या है मामला?
धर्मस्थल, जो कर्नाटक का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, वहां पुलिस को कुछ संदिग्ध सुराग मिले थे। इन सुरागों के आधार पर SIT (विशेष जांच दल) ने खुदाई शुरू की। अब तक की खुदाई में मानव अस्थियों के 100 से अधिक टुकड़े और कई नर कंकालों के अवशेष मिल चुके हैं। यह खुदाई अब क्राइम सीन बन चुकी है।


साइट नंबर 6 से 11 क्यों है खास?
जांच एजेंसियों के अनुसार, साइट नंबर 6 से 11 वो क्षेत्र है, जहां जमीन की ऊपरी परत थोड़ी ढीली पाई गई थी। इस क्षेत्र में मिट्टी के रंग, गंध और बनावट में बदलाव दिखाई दिया था। जब खुदाई की गई, तो वहां से पहले एक, फिर दो और आखिरकार दर्जनों हड्डी के टुकड़े मिलने लगे।
मिलने वाले अवशेषों का क्या है विश्लेषण?
फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने इन अवशेषों की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार:
- अधिकतर हड्डियां मानव अस्थियाँ हैं।
- कुछ हड्डियाँ काफी पुरानी, तो कुछ ताज़ा भी लग रही हैं।
- अवशेषों में कुछ के साथ कपड़े के टुकड़े, धातु के बटन और जैविक सामग्री भी मिली है।
क्या यह कोई पुराना अपराध है?
SIT को शक है कि यह कोई संगठित अपराध हो सकता है। हो सकता है कि धर्मस्थल की आड़ में किसी गंभीर अपराध को छिपाया गया हो। इस संभावना को बल इसलिए भी मिलता है क्योंकि खुदाई के दौरान कोई धार्मिक वस्तु या परंपरागत समाग्री नहीं मिली।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इलाके के लोग भयभीत और हैरान हैं। कुछ लोगों का कहना है कि कई साल पहले यहां कुछ लोगों के गायब होने की खबरें आई थीं, लेकिन उन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। अब जब खुदाई में अस्थियाँ मिल रही हैं, तो पुराने गुमशुदा केस भी जांच के दायरे में आ चुके हैं।


पुलिस की कार्रवाई और आगे की योजना
- SIT की टीम अब DNA टेस्ट करवा रही है, ताकि मृतकों की पहचान हो सके।
- आसपास लगे CCTV फुटेज, पुराने रिकॉर्ड्स और गुमशुदा लोगों की फाइलें खंगाली जा रही हैं।
- पुलिस ने साइट को पूरी तरह सील कर दिया है और मीडिया को पास आने की इजाजत नहीं है।
राजनीतिक हलचल भी तेज
इस घटना ने राजनीतिक रंग भी पकड़ लिया है। विपक्षी दलों ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं कि ऐसे पवित्र स्थल पर अगर अपराध छिपे थे, तो प्रशासन क्या कर रहा था? वहीं सत्ताधारी दल का कहना है कि जांच पूरी पारदर्शिता से की जा रही है।
क्या यह कोई सांप्रदायिक एंगल है?
अब तक की जांच में कोई धार्मिक या सांप्रदायिक एंगल नहीं मिला है। पुलिस इस केस को सिर्फ आपराधिक और फॉरेंसिक नजरिए से देख रही है, ताकि सच्चाई सामने लाई जा सके।
अब आगे क्या?
जैसे-जैसे खुदाई आगे बढ़ रही है, हर दिन नए रहस्य उजागर हो रहे हैं। पुलिस को शक है कि यहां पर एक से ज्यादा लोगों की लाशें दफनाई गई थीं। DNA रिपोर्ट और अन्य वैज्ञानिक सबूत सामने आने के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी।
निष्कर्ष
धर्मस्थल में हुई खुदाई ने एक ऐसा राज खोला है, जो शायद सालों से दबा हुआ था। 100 हड्डियों के टुकड़े और नर कंकाल इस बात के गवाह हैं कि यहां कुछ गंभीर और भयावह घटा है। अब सभी की नजरें SIT की जांच और वैज्ञानिक रिपोर्ट पर टिकी हैं। देश को सच्चाई का इंतजार है — क्या यह सिर्फ एक अपराध है, या किसी गहरे षड्यंत्र की परतें खुलने वाली हैं?
FAQs
1. धर्मस्थल में खुदाई क्यों की गई थी?
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि उस स्थान पर कुछ संदिग्ध गतिविधियां हुई थीं। जांच के बाद खुदाई का निर्णय लिया गया।
2. अब तक खुदाई में क्या मिला है?
अब तक खुदाई से 100 से अधिक हड्डियों के टुकड़े और कई मानव कंकालों के अवशेष बरामद हुए हैं।
3. क्या मृतकों की पहचान हो पाई है?
नहीं, फिलहाल DNA जांच जारी है, जिसके बाद ही पहचान संभव हो पाएगी।
4. क्या किसी की गिरफ्तारी हुई है?
अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस कुछ संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।
5. क्या यह केस किसी पुराने गुमशुदा केस से जुड़ा हो सकता है?
संभावना है कि यह केस पुराने गुमशुदा मामलों से जुड़ा हो, इसलिए पुराने रिकॉर्ड्स की जांच की जा रही है।
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