झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम को जिसका डर सता रहा था वही हुआ, ईडी के अधिकारियों ने लगातार पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया है, वही मंत्री के खिलाफ यह कार्रवाई उनके निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर से भारी नकदी बरामदगी के मामले में की गई है, आपको बता दें कि ईडी ने जहांगीर आलम के घर से 35 करोड़ रुपये से ज्यादा की रूपये बरामद की थी, लेकिन आरोप हैं कि सारा पैसा ग्रामीण इलाकों में सड़क निर्माण के टेंडर के बदले कमीशन का था, आज पूछताछ के बाद जब ईडी के अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए तो एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद से सियासत गरमाई हुई है ।
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वही मंगलवार को ईडी ने उनसे 9 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की और उनका बयान भी दर्ज किया गया, आलम झारखंड विधानसभा में पाकुड़ सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और संसदीय कार्य मंत्री भी हैं, हाल ही में उनके निजी सचिव और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव कुमार लाल (52) और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम (42) की गिरफ्तारी के बाद वह ईडी के रडार पर आ गए थे, इन दोनों के यहां ईडी ने 6 मई को छापा मारा था और उनसे जुड़े एक फ्लैट से 32 करोड़ रुपये नकद मिले थे ।
झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को ईडी 6 दिनों तक रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी, इसे लेकर कोर्ट ने ईडी को मंजूरी दे दी है, आपको बता दें, कोर्ट में मंत्री आलमगीर आलम की पेशी के दौरान ईडी ने कोर्ट से 10 दिनों के रिमांड अवधि की मांग की थी, लेकिन 6 दिनों का रिमांड मिला है।
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वही मंत्री आलमगीर आलम को आज न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेजे जाएंगे, मामले में पूछताछ के लिए उनकी रिमांड अवधि कल (17 मई) से शुरू होगी, जो अगले 6 दिनों तक चलेगी, मंत्री आलमगीर आलम की आज की रात होटवार (बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार) जेल में गुजरेगी, पेशी के दौरान आलमगीर आलम के अधिवक्ता ने कोर्ट के समक्ष उनका मेडिकल ग्राउंड रखा, जिसपर कोर्ट ने तमाम मेडिकल फैसिलिटी देने का आदेश दिया, उन्हें हाई बीपी, शुगर और SLEEP APNEA ”रात में सोने के वक्त ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है, ऑक्सीजन की जरूर होती है”,
बता दें, मंत्री आलमगीर आलम को स्लीप एपनिया नामक बीमारी है, जिसके कारण सोने के समय उनका ऑक्सीजन लेबल कम हो जाता है, ऐसे में मंत्री को मेडिकल सुविधा महैया कराया जाएग।
वही रिमांड पिटीशन पर बहस के दौरान ईडी की ओर से विशेष लोक अभियोजक शिव कुमार ने कहा कि टेंडर घोटाले में मंत्री के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं, ऐसे में उनसे लंबी पूछताछ करने की अनुमति दी जानी चाहिए, आलमगीर आलम के अधिवक्ता ने इसका विरोध किया, इसके बाद कोर्ट ने 6 दिनों की रिमांड की मंजूरी दी, ईडी की टीम गुरुवार को आलमगीर आलम को सुरक्षा बलों के घेरे में लेकर जब कोर्ट पहुंची तो वहां बड़ी संख्या में मौजूद उनके समर्थकों ने जिंदाबाद के नारे लगा।
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आपको बता दें कि 35 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद करने के बाद ईडी ने संजीव कुमार लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम को गिरफ्तार किया था, 6 मई को ईडी ने आलमगीर आलम के पीएस और अन्य करीबी सहयोगियों के आवास पर छापेमारी की थी, ईडी ने हाल ही में आलमगीर आलम के सचिव संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम, बिल्डर मुन्ना सिंह और उनके करीबियों समेत नौ ठिकानों पर छापेमारी की थी।