नई दिल्ली: भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि देश अब केवल अपने आकाश की रक्षा करने में सक्षम नहीं है, बल्कि उसे नियंत्रित भी कर सकता है। इस ऑपरेशन में, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-प्रशासित कश्मीर में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिससे आतंकवादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा।
भारत में स्वदेशी तकनीक की शक्ति
इस अभियान में भारत ने पहली बार स्वदेशी रूप से विकसित ‘लॉइटरिंग म्यूनिशन्स’ (आत्मघाती ड्रोन) का उपयोग किया। ये ड्रोन विभिन्न क्षेत्रों में एक साथ सटीक हमले करने में सक्षम थे, जिससे पाकिस्तान की रक्षा प्रणालियों को चकमा दिया गया और वे निष्क्रिय हो गईं।
एयर डिफेंस सिस्टम की सफलता
पाकिस्तान द्वारा किए गए जवाबी हमलों के दौरान, भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी मिसाइलों और ड्रोन हमलों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया। इससे यह स्पष्ट होता है कि भारत की रक्षा प्रणाली अब पहले से कहीं अधिक मजबूत और प्रभावी हो गई है।
राजनीतिक और सैन्य प्रतिक्रिया
भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “यह ऑपरेशन हमारे आत्म-रक्षा के अधिकार का प्रतीक है। हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।” वहीं, पाकिस्तान ने इस हमले को ‘कायराना हरकत’ बताया और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने की अपील की है। हालांकि, भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।
निष्कर्ष
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह साबित कर दिया है कि भारत अब न केवल अपने आकाश की रक्षा करने में सक्षम है, बल्कि उसे नियंत्रित करने की क्षमता भी रखता है। स्वदेशी तकनीकों और मजबूत रक्षा प्रणालियों के साथ, भारत ने अपने दुश्मनों को स्पष्ट संदेश दिया है कि वह किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार है।