Karwa Chauth 2025: हर वर्ष विवाहित महिलाएँ करवा चौथ व्रत रखती हैं ताकि उनके पति की दीर्घायु, सुख और समृद्धि बनी रहे। इस दिन निर्जल व्रत रखा जाता है और चाँद को अर्घ्य देकर पूजा की जाती है। “Karwa Chauth 2025” का महत्व पारंपरिक भक्ति और सामाजिक समर्पण में निहित है।
2. Karwa Chauth 2025 की तिथि और समय
“Karwa Chauth 2025” इस वर्ष 10 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा।
– चतुर्थी तिथि (Chaturthi Tithi) 9 अक्टूबर रात 10:54 बजे से शुरू होकर 10 अक्टूबर तक चलेगी।
– व्रत प्रारंभ का समय लगभग सुबह 06:19 बजे है और व्रत भंग करने का समय लगभग 08:13 बजे रात्रि होगा।
– पूजा मुहूर्त शाम 5:57 बजे से शुरू होकर 7:11 बजे तक रहेगा।
इस प्रकार, “Karwa Chauth 2025” का दिन व्रत, पूजा और चंद्र दर्शन का समन्वय करता है।
3. व्रत नियम और प्रमुख बातें
– “Karwa Chauth” व्रत निरजल व्रत है — इस दिन खाना और पानी दोनों से विरत रहता है।
– व्रत सुबह सरगी (Sargi) खाने के बाद शुरू किया जाता है, जो व्रत शुरू करने का पहला अनुष्ठान है।
– पूरे दिन श्रद्धा और संयम बनाए रखना चाहिए।
– शाम को चंद्र दर्शन के बाद अर्घ्य देकर व्रत तोड़ा जाता है।
4. पूजा सामग्री (Puja Samagri) की सूची
पूजा करने के लिए निम्न सामग्री आवश्यक मानी जाती है:
– मिट्टी या चांदी की करवा (Karwa pot)
– दीपक (दीया), घी, कपूर
– रोली, चावल, फूल
– मिठाई, फल, दूध और जल
– सुपारी, नारियल, पान
– चुनरी, सिंदूर, चूड़ी
– छन्नी (छलनी) और पानी का लोटा
– कथा पुस्तक और मंत्र संग्रह
5. पूजा विधि और चरण
5.1 संकल्प एवं तैयारी
सुबह स्नान कर निकालें। व्रत का संकल्प लें। पूजा स्थान को स्वच्छ करके सजाएं।
5.2 शाम का अनुष्ठान
– पूजा थाली सजाएँ और उपयुक्त सामग्री रखें।
– करवा माता, शिव और पार्वती जी की पूजा करें।
– कथा सुनें या सुनाएँ।
– मंत्रों का जाप करें।
– चाँद निकलने पर छन्नी से दर्शन करें और अर्घ्य चढ़ाएं।
– पति की ओर देखें और व्रत खोलें।
6. उपाय और मंत्र
– “ओम श्रीं कर्वायै नमः”, “उं ह्रीं क्लीं करवाई सर्व कल्याणाय” जैसे मंत्र श्रवणीय माने जाते हैं।
– व्रत में उम्र वृद्धि, पति की लम्बी आयु, समृद्धि के लिए जप करना लाभदायक है।
– यदि बादल हों और चाँद न दिखे, तो कथा और मंत्र से ही व्रत तोड़ सकते हैं।
7. Solah Shringar (सोलह श्रृंगार) और महत्व
करवाचौथ पर सोलह श्रृंगार करना शुभ माना जाता है। इनमें शामिल हैं: सिंदूर, मेहंदी, बिंदी, चूड़ी, मांग, मंगलसूत्र आदि।
यदि पूरा सोलह श्रृंगार नहीं हो सके, तो कम से कम प्रमुख श्रृंगार अवश्य करें।
8. सरगी की परंपरा और महत्व
“सरगी” वह भोजन है जो सास अपनी बहू को सुबह देती है। इसमें फल, मिठाई, ड्राय फ्रूट्स, हल्का भोजन आदि शामिल रहते हैं। सरगी खाने से व्रत में शक्ति बनी रहती है।
9. व्रत खोलने की विधि
– चाँद को देखकर अर्घ्य चढ़ाएं।
– फिर पति की ओर देखें।
– पति पहला जल पिलाएँ, और फिर व्रत खोलें।
10. सावधानियाँ और विशेष ध्यान
– व्रत करते समय संयम और श्रद्धा दोनो रखें।
– अत्यधिक थकान या बीमारी हो तो उपाय लें।
– बच्चों या बुजुर्गों को इस व्रत से परहेज़ करना चाहिए।
11. Karwa Chauth 2025 का सामाजिक एवं भावनात्मक पहलू
“Karwa Chauth 2025” सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह एक प्यार, विश्वास और वफादारी का प्रतीक है।
पारंपरिक रूप से यह रिश्तों में मजबूती लाता है और महिलाओं की आस्था को दर्शाता है।
12. “Karwa Chauth 2025” और बदलती सोच
आज के युग में कई महिलाएँ इस व्रत को स्वतंत्रता और प्रेम के संदर्भ में देखती हैं।
कुछ महिलाएँ स्वयं के प्रिय के लिए, स्वस्थ जीवन साथी के लिए भी व्रत रखती हैं।
13. FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1: Karwa Chauth 2025 कब है?
A: करवा चौथ 2025 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
Q2: पूजा मुहूर्त क्या है?
A: शाम 5:57 बजे से 7:11 बजे तक पूजा मुहूर्त रहेगा।
Q3: व्रत कब शुरू किया जाए?
A: व्रत सुबह लगभग 6:19 बजे शुरू होगा।
Q4: यदि चाँद नहीं दिखे तो क्या करें?
A: यदि बादल हों, तो कथा और मंत्रों द्वारा अर्घ्य दें और व्रत खोल सकते हैं।
Q5: सोलह श्रृंगार करना ज़रूरी है?
A: सोलह श्रृंगार शुभ माना जाता है, लेकिन यदि संभव न हो तो भी कुछ प्रमुख श्रृंगार करें।
FOLLOW OUR SOCIAL MEDIA PAGES : –
FACEBOOK :- https://www.facebook.com/share/1Z3VZ8w8Dn/?mibextid=wwXIfr
YOUTUBE :- https://www.youtube.com/@Factaddadotcom/featured
WHATSAPP :- https://whatsapp.com/channel/0029VbAbzhp72WTnK71EiE3z
TELEGRAM :- https://t.me/+aMY2kgdmTZ83NWI1











