कभी कभी ऐसे वीडियो देखने को मिल जाता है जो आप सोच भी नहीं सकते, हालही में आपने सोशल मीडिया पर देखा होगा कि एक बच्चा सोते हुए भी अपने हाथों को ऐसे चला रहा है, जैसे वह मोबाइल में कुछ स्क्रोल कर रहा हो. ऐसे भी मामले सामने आए जहां रील्स की वजह से किसी की जान चली गई, तो किसी ने किसी की जान ले ली. ऐसी घटनाएं बताती हैं कि रील्स की आदत हमारी जिंदगी पर कितना बुरा प्रभाव डाल रही हैं. अगर आप भी फोन का ज्यादा आदि है तो मुझे लगता है ये आपके लिए घातक साबित हो सकता है ।
सोशल मीडिया कितना घातक ?
हम सब जानते है कि सोशल मीडिया जहां पहले लोगों से जुड़ने का साधन था, वहीं आज मनोरंजन का भी बड़ा मंच है. लेकिन मनोरंजन के चक्कर में आपकी सेहत से किस तरह का खिलवाड़ हो रहा है, इसका अंदाजा लगाना तक मुश्किल है. क्यों कि आपके साथ हर समय फोन है. एक तरह से ये आपके लिए नशे का काम कर रहा है.
डॉक्टर ने फोन को लेकर क्या कहां?
वही इस बारे में नारायणा हॉस्पिटल में डायरेक्टर और सीनियर कंसल्टेंट (न्यूरोलॉजी) डॉ. बिप्लब दास एक रिपोर्ट में बताते हैं, लोगों पर रील्स और सोशल मीडिया का बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है. सेहत के लिहाज से हमारी सोसायटी में ये एक सुनामी है जो आ चुकी है. अब हमें इससे लड़ना है. मोबाइल का प्रयोग तो जरूरी है लेकिन अति में प्रयोग करने की वजह से युवाओं में इतना असर हो रहा है कि उनमें इंसोम्निया, स्लीप डिसऑर्डर, एंग्जाइटी की समस्या और स्ट्रेस काफी बढ़ गया है. इसका जिम्मेदार कौन होगा, ये सिर्फ व सिर्फ लगातार फोन चलाने की वजह से ही है.
रील्स या फोन का प्रयोग करने से ये तमाम समस्याएं
लोग रील्स के प्रयोग की वजह से फिजिकल एक्टिविटी तो अब बहुत कम हो गई हैं और लोग वर्चुअल दुनिया में जी रहे हैं. ज्यादा टाइम तक ऐसे ही रील्स या फोन का प्रयोग करने से ये तमाम समस्याएं बढ़ सकती हैं. रील्स का अत्यधिक प्रयोग दिमाग के फोकस पर बुरा असर डाल रहा है. ये भी एक बीमारी है कि सुबह उठकर आपको लगता है कि मुझे रील्स देखनी है. ये आदत ऐसी है जिसके बिना आप रह नहीं पाते. जो काफी नुकसानदायक है ।
कहते हैं कि किसी भी चीज में अति नुकसान की वजह बन जाती है. रील्स भी आपके जीवन में ऐसा ही रोल निभा रही हैं. लोग असल दुनिया में ना रहकर वर्चुअल दुनिया में इतना घुस गए हैं कि उनको अहसास तक नहीं हो पा रहा है कि वो कितने अकेले हो गए हैं ।
मोबाइल की वजह से हो सकती है ये समस्या
अगर आप ज्यादा देर तक एक ही पोजिशन में बैठे बैठे मोबाइल चलाते रहते हैं तो जल्द ही आपको सर्वाइकल की दिक्कत हो सकती है. सर्वाइकल हड्डियों से जुड़ी एक समस्या है जिसमें आपको कंधे, गर्दन और सिर में दर्द रह सकता है. कई बार यह दर्द पीठ के निचले हिस्से तक भी फैल सकता है. सर्वाइकल का दर्द कई बार इतना बढ़ जाता है कि इंसान का उठना, बैठना और काम करना भी मुश्किल हो जाता है. वही लाइफस्टाइल की वजह से आजकल अधिकतर लोग इस समस्या से गुजर रहे हैं.
सर्वाइकल के पीछे कई वजहें
लेकिन सर्वाइकल के पीछे कई वजहें हो सकती हैं लेकिन घंटों मोबाइल चलाते रहना इसकी सबसे बड़ी वजहों में से एक है. क्योंकि अधिकतर लोग फोन चलाते वक्त रिलैक्स मोड में चले जाते हैं जिस वजह से उनके शरीर का पोश्चर बिगड़ जाता है. फोन की वजह से कई तरह की बिमारियां भी हो सकती है, जैसे गर्दन हिलाने पर दर्द होना, हाथ और बाजू में दर्द रहना,पीठ में अकड़न महसूस होना, लगातार सिर दर्द होना इस तरह के बिमारियों से बचने के लिए आपको फोन चलाना कम करना होगा और काम करते वक्त थोड़े थोड़े समय पर अपने सीट से उठ कर घुमते रहना चाहिए ।