Education, Business, Jobs, Political News : Fact Adda

Health News: बदलते मौसम में बच्चों को बीमारियों से कैसे बचाएं

alt मौसम

बदलते मौसम का बच्चों की सेहत पर प्रभाव

बदलते मौसम—चाहे वह सर्दी से गर्मी की ओर हो या गर्मी से बारिश की ओर—बच्चों की सेहत के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की तुलना में कमजोर होती है, जिससे वे आसानी से संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। इस मौसम में वायरल बुखार, जुकाम, गले में खराश, पेट खराब और त्वचा संक्रमण जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।

1. साफ-सफाई सबसे पहली सुरक्षा

साफ-सफाई की कमी बच्चों को संक्रमण की ओर ले जाती है। छोटे बच्चे ज़मीन पर खेलते हैं, मुँह में हाथ डालते हैं और कीटाणुओं से जल्दी प्रभावित हो जाते हैं।

  • रोज़ाना घर का फर्श अच्छे से पोछें।
  • बच्चों के खिलौनों को डेटॉल या गरम पानी में धोकर साफ करें।
  • बच्चों के नाखून छोटे रखें और दिन में दो बार हाथ-पैर धोने की आदत डालें।

2. पौष्टिक आहार और पर्याप्त पानी

बदलते मौसम में सही आहार से शरीर मजबूत बनता है। बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए निम्न चीजें ज़रूरी हैं:

  • मौसमी फल (जैसे संतरा, अमरूद, पपीता)
  • सूखे मेवे जैसे बादाम, अखरोट
  • दालें, दूध और हरी सब्ज़ियाँ
  • हल्दी वाला दूध संक्रमण से बचाने में मदद करता है
    साथ ही बच्चों को साफ और उबालकर ठंडा किया हुआ पानी देना चाहिए।

3. मौसम के अनुसार कपड़े पहनाना

कई बार माता-पिता गर्म कपड़े जल्दी निकलवा देते हैं या बारिश के मौसम में बच्चों को गीले कपड़ों में छोड़ देते हैं। इससे सर्दी-जुकाम की आशंका बढ़ जाती है।

  • सुबह-शाम हल्की ठंड हो तो पूरा आस्तीन और टोपी ज़रूरी है
  • बारिश में बाहर जाने से पहले रेनकोट या छाता दें
  • गीले जूते या कपड़े तुरंत बदलें
20250517 1506 Healthy Childhood Moments simple compose 01jvesha06eg8b7wv1pcxc5120

4. हाथ धोने की आदत डालें

WHO के अनुसार, हाथों के माध्यम से 80% बीमारियाँ फैलती हैं।

  • खाने से पहले, शौच के बाद और बाहर से आने के बाद बच्चों को हाथ धोना सिखाएं
  • स्कूल बैग में सैनिटाइज़र या हैंड वाइप्स रखें
  • सादा साबुन भी वायरस से लड़ने में पर्याप्त है

5. समय पर टीकाकरण और नियमित चेकअप

टीकाकरण बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाता है।

  • डॉक्टर की सलाह से सभी वैक्सीनेशन समय पर कराएं
  • मौसम बदलने से पहले बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें
  • बच्चों को हल्का बुखार, लगातार खांसी या उल्टी जैसे लक्षण दिखें तो देरी न करें

6. पर्याप्त नींद और आराम

बच्चों की ग्रोथ और इम्युनिटी सीधा उनकी नींद से जुड़ी होती है।

  • 3-10 साल के बच्चों को दिन में 9-11 घंटे की नींद जरूरी है
  • सोने का समय तय करें और मोबाइल या टीवी से दूरी रखें

निष्कर्ष

बदलते मौसम में बच्चों की देखभाल करना थोड़ी मेहनत ज़रूर मांगता है, लेकिन सतर्कता ही सुरक्षा है। नियमित साफ-सफाई, पौष्टिक आहार, सही कपड़े, हाथ धोने की आदत और डॉक्टर की सलाह से आप अपने बच्चे को मौसम जनित बीमारियों से बचा सकते हैं। बच्चों की सेहत की ज़िम्मेदारी माता-पिता की सजगता से शुरू होती है। याद रखें, सावधानी ही सबसे अच्छी दवा है।