Education, Business, Jobs, Political News

Chemical Drum Exploded In Baghpat: बागपत में केमिकल का ड्रम फटने से जोरदार धमाका, भीषण आग के बाद आस-पास का क्षेत्र कराया गया खाली

Chemical Drum Exploded In Baghpat

Chemical Drum Exploded In Baghpat: सोमवार का दिन बागपत के लिए एक भयानक मंजर लेकर आया, जब एक केमिकल से भरे ड्रम में अचानक जोरदार विस्फोट हुआ, जिसके बाद इलाके में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल बन गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि इसकी गूंज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी, और इसके तुरंत बाद आग की लपटें आसमान छूने लगीं। यह घटना शहर के औद्योगिक या कबाड़खाने से जुड़े क्षेत्र में हुई, जहां ज्वलनशील केमिकल ड्रमों में अवैध रूप से या लापरवाही से रखे गए थे। इस भीषण हादसे में न केवल करोड़ों की संपत्ति जलकर खाक होने की आशंका है, बल्कि एक युवक भी गंभीर रूप से झुलस गया, जिसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पुलिस और प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की और आसपास के पूरे क्षेत्र को खाली करा दिया, ताकि किसी और बड़े हादसे या जहरीले धुएं से जान-माल का नुकसान न हो।

Chemical Drum Exploded In Baghpat: 1. विस्फोट का भयावह क्षण: जब थर्रा उठा पूरा इलाका

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह घटना दिन के समय हुई। सब कुछ सामान्य चल रहा था, तभी अचानक एक कान फोड़ देने वाला धमाका हुआ। आवाज इतनी तेज थी कि लोगों को लगा जैसे भूकंप आ गया हो या कोई बड़ी इमारत गिर गई हो। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह विस्फोट एक ऐसे ड्रम में हुआ, जिसमें संभवतः उच्च ज्वलनशील (highly volatile) या प्रतिक्रियाशील (reactive) केमिकल भरा हुआ था।

विस्फोट की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस स्थान पर ड्रम रखा था, वहां दूर-दूर तक मलबा और ड्रम के टुकड़े बिखर गए। धमाके के बाद तुरंत ही आग भड़क उठी। चूंकि केमिकल अत्यधिक ज्वलनशील था, इसलिए आग को फैलने में जरा भी समय नहीं लगा। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और आसपास रखी सामग्री (संभवतः अन्य कबाड़ या औद्योगिक सामग्री) को भी अपनी चपेट में ले लिया।

आसपास मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। हर तरफ चीख-पुकार का माहौल था। इस भगदड़ और विस्फोट की चपेट में आकर एक युवक गंभीर रूप से झुलस गया। स्थानीय लोगों ने हिम्मत जुटाकर उसे तुरंत संभाला और एम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल बागपत भेजा, जहां उसका इलाज चल रहा है।

2. भीषण आग का तांडव और दमकल कर्मियों की चुनौती

धमाके के बाद लगी आग ने कुछ ही मिनटों में एक विकराल अग्निकांड का रूप ले लिया। आग की लपटें कई फीट ऊँची उठ रही थीं और आसमान में काले धुएं का एक घना गुबार छा गया था, जिसे कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकता था। यह धुआँ न केवल प्रदूषण फैला रहा था, बल्कि आशंका थी कि केमिकल के जलने से निकलने वाला धुआँ जहरीला भी हो सकता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।

घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग (Fire Brigade) की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचीं। लेकिन यह आग सामान्य नहीं थी। यह केमिकल आग थी, जिसे बुझाना पानी से और भी मुश्किल हो सकता था। दमकल कर्मियों को विशेष फोम (foam) और रेत का उपयोग करते हुए आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

आग बुझाने का काम अत्यंत जोखिम भरा था। एक तरफ आग की लपटें थीं, तो दूसरी तरफ आशंका थी कि आसपास रखे अन्य केमिकल ड्रम भी तापमान बढ़ने से फट सकते हैं। दमकल विभाग के कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर लगातार पानी और फोम की बौछारें जारी रखीं। करीब एक घंटे से अधिक की कड़ी मेहनत के बाद, टीम आखिरकार आग को नियंत्रित करने और उसे ठंडा करने में कामयाब हो सकी, जिससे एक बड़ा नुकसान टल गया।

3. प्रशासन का त्वरित कदम: पूरे क्षेत्र को खाली कराना

केमिकल विस्फोट और आग की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने तुरंत सुरक्षा घेरा बनाया। सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम था “क्षेत्र खाली कराना” (Evacuation)।

आसपास के रिहायशी इलाकों और अन्य औद्योगिक इकाइयों में काम कर रहे कर्मचारियों को तुरंत सुरक्षित दूरी पर जाने का निर्देश दिया गया। यह निर्णय दो प्रमुख कारणों से आवश्यक था:

  1. जहरीले धुएं का खतरा: केमिकल के जलने से निकलने वाले धुएं में जहरीले तत्व हो सकते थे, जो हवा में फैलकर लोगों के स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते थे।
  2. द्वितीयक विस्फोट का खतरा: आग की गर्मी से अगर अन्य केमिकल कंटेनर या ड्रम फट जाते, तो यह नुकसान कई गुना बढ़ जाता।

पुलिस ने तुरंत बैरिकेड लगाकर घटना स्थल की ओर जाने वाले मार्गों को बंद कर दिया और यह सुनिश्चित किया कि कोई भी व्यक्ति, पत्रकार या स्थानीय निवासी आग बुझाने के ऑपरेशन में बाधा न डाले और न ही खतरे वाले क्षेत्र में प्रवेश करे। प्रशासनिक टीम ने इस दौरान लगातार स्थिति की निगरानी की और सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन कराया। समय पर क्षेत्र को खाली कराने के कारण, जनहानि को बड़े पैमाने पर टाला जा सका।

4. जांच का दायरा: अवैध भंडारण और लापरवाही के बिंदु

फिलहाल, इस विस्फोट के पीछे के स्पष्ट कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक आकलन के अनुसार, तीन मुख्य कारण हो सकते हैं:

  1. तापमान और दबाव में वृद्धि: गर्मी के कारण केमिकल ड्रम के अंदर अत्यधिक दबाव बन गया होगा, जिससे वह फट गया।
  2. रासायनिक प्रतिक्रिया: हो सकता है कि ड्रम में रखे दो केमिकल आपस में प्रतिक्रिया कर गए हों या बाहर के किसी तत्व (जैसे पानी या धातु) के संपर्क में आने से विस्फोट हुआ हो।
  3. लापरवाही: जिस स्थान पर यह घटना हुई, वहां कबाड़ का सामान और ड्रम रखे थे। यह आशंका है कि किसी प्रकार की चिंगारी, सिगरेट का टुकड़ा, या शॉर्ट सर्किट ने पहले आग लगाई हो और फिर ड्रम गर्मी से फट गया हो।

सबसे गंभीर सवाल यह है कि अत्यधिक ज्वलनशील और खतरनाक केमिकल से भरे ये ड्रम रिहायशी या सामान्य क्षेत्रों के इतने करीब कैसे रखे गए थे। यह घटना औद्योगिक सुरक्षा नियमों और खतरनाक सामग्री के भंडारण (storage of hazardous material) से संबंधित कानूनों के घोर उल्लंघन की ओर इशारा करती है। प्रशासन अब इस बात की जांच कर रहा है कि यह भंडारण वैध था या अवैध, और क्या फैक्ट्री/कबाड़खाना मालिक के पास इसके लिए आवश्यक परमिट और सुरक्षा उपकरण थे। फैक्ट्री मालिक या जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।

5. भविष्य की सुरक्षा: एक सबक

बागपत की इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक और भंडारण क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। केमिकल और ज्वलनशील पदार्थों के अवैध या असुरक्षित भंडारण से होने वाले हादसे अक्सर बड़े विनाश का कारण बनते हैं। यह घटना स्थानीय प्रशासन और औद्योगिक इकाइयों के लिए एक चेतावनी है।

  • सख्त निरीक्षण: यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि खतरनाक सामग्री का भंडारण निर्धारित मानकों के अनुसार ही किया जाए।
  • जागरूकता अभियान: स्थानीय लोगों और श्रमिकों को केमिकल के खतरों और आपातकाल में क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी देना जरूरी है।
  • नियमों का अनुपालन: अवैध रूप से संचालित हो रही इकाइयों पर तत्काल कार्रवाई करना और उन्हें बंद करवाना अनिवार्य है।

वर्तमान स्थिति

दमकल विभाग की टीम ने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया है और अब कूलिंग ऑपरेशन (Cooling Operation) जारी है ताकि आग दोबारा न भड़के। घायल युवक अस्पताल में भर्ती है और प्रशासन उसके इलाज में हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। पुलिस ने घटना स्थल को सील कर दिया है और फोरेंसिक टीम (Forensic Team) को साक्ष्य जुटाने के लिए बुलाया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही जांच पूरी होगी और विस्फोट के वास्तविक कारण सामने आएंगे। यह हादसा बागपत के लोगों को लंबे समय तक सुरक्षा और लापरवाही के गंभीर परिणामों की याद दिलाता रहेगा।

FOLLOW OUR SOCIAL MEDIA PAGES : –

FACEBOOK :- https://www.facebook.com/share/1Z3VZ8w8Dn/?mibextid=wwXIfr

YOUTUBE :- https://www.youtube.com/@Factaddadotcom/featured

WHATSAPP :- https://whatsapp.com/channel/0029VbAbzhp72WTnK71EiE3z

TELEGRAM :- https://t.me/+aMY2kgdmTZ83NWI1