इस बार नेट का परीक्षा जून में होने वाला है. यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन की नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट, जून परीक्षा 2024 का आयोजन इस साल 18 जून को करने का फैसला लिया है. यूजीसी नेट परीक्षा विश्वविद्यालय और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर के लिए परीक्षा होना है. वही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी इस परीक्षा को साल में दो बार आयोजित करता है.
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एक बार जून में और दूसरी बार दिसंबर में, जिसमें लाखों युवा भाग लेते हैं. यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित टेस्ट मोड में 3 घंटे की अवधि के लिए आयोजित की जाती है. इसमें कोई नेगेटिव मार्किंग भी नहीं होती है ।
यूजीसी नेट में हुए बदलाव
वही इस साल यूजीसी नेट की परीक्षा फिर से OMR Based यानी पेन-पेपर मोड में होगी, इससे पहले ओएमआर बेस्ड एग्जाम 2018 में बंद कर दिया गया था और सीबीटी बेस्ड मोड में एग्जाम आयोजित किए जा रहे थे. वही इस बार UCG NET की तीन कैटेगरी- नेट कैंडिडेट्स को तीन कैटेगरी में योग्य घोषित किया जाएगा.
पहला – जेआरएफ के साथ पीएचडी एडमिशन के लिए और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवार होना चाहिए दूसरा – JRF के बिना PHD एडमिशन के लिए और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवार होना चाहिए।
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तीसरा- केवल PHD एडमिशन के लिए योग्य उम्मीदवार होना चाहिए. इसमें जेआरएफ या असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की योग्यता वाले युवाओँ को नहीं ली जाएगी ।
ऐसे करें पीएचडी
वही चार वर्षीय या आठ सेमेस्टर स्नातक डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र अब सीधे पीएचडी में एडमिशन ले सकते हैं साथ ही नेट परीक्षा भी दे सकते हैं. ये छात्र उस विषय में नेट दे सकते हैं जिसमें वे पीएचडी करना चाहते हैं, भले ही उन्होंने चार वर्षीय स्नातक डिग्री किस विषय में प्राप्त की हो. लेकिन वो जिस विषय से पीएचडी करना चाहते है उस विषय से वो सीधा पीएचडी में एडमिशन ले सकते है. यूजीसी के अध्यक्ष ने कहा, “चार साल या आठ सेमेस्टर के स्नातक डिग्री कार्यक्रम में पास होने वाले उम्मीदवारों के पास कुल मिलाकर न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक होने चाहिए.” जिसके बाद वो आराम से पीएचडी कर सकते है।
यूजीसी नेट जून 2024
यूजीसी नेट: चार वर्षीय/आठ सेमेस्टर वाले स्नातक डिग्री प्रोग्राम करने वाले अंतिम सेमेस्टर/वर्ष के छात्र अब यूजीसी नेट के परीक्षा में बैठ सकते हैं।
अंकों में छूट: अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (गैर-क्रीमी लेयर), दिव्यांग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए यूजीसी के समय-समय पर लिए गए निर्णय के अनुसार न्यूनतम अंकों में 5 प्रतिशत की छूट दी जाएगी.
यूजीसी नेट एग्जाम पैटर्न: यूजीसी नेट परीक्षा में दो पेपर होते हैं जिनमें ऑब्जेक्टिव टाइप के प्रश्न होते हैं. दोनों पेपरों को पूरा करने के लिए उम्मीदवारों को 150 प्रश्नों को हल करने के लिए तीन घंटे का समय दिया जाता है ।
वही यूजीसी नेट पेपर 1 में दस विषयों से कुल 50 प्रश्न होते है. प्रत्येक विषय से कुल 5 प्रश्न जाएंगे, जो दो अंकों के लिए होंगे. सभी प्रश्न जनरल नेचर के होंगे, जिससे उम्मीदवारों की टीचिंग/रिसर्च एप्टीट्यूट योग्यता का आकलन किया जाएगा ।