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UPI के नए नियम: नंबर बदलते ही फ्रीज हो सकता है आपका UPI, NPCI ने जारी किए नए दिशानिर्देश
अगर आप UPI (Unified Payments Interface) का इस्तेमाल करते हैं और अपना मोबाइल नंबर बदलने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने नए नियम जारी किए हैं, जिसके तहत यदि आपका पुराना मोबाइल नंबर बंद हो जाता है या आप नया नंबर लेते हैं, तो आपका UPI अकाउंट अस्थायी रूप से ब्लॉक किया जा सकता है।
क्या है नया नियम?
NPCI के अनुसार, UPI से जुड़े मोबाइल नंबर को अपडेट करने के लिए नए दिशानिर्देश लागू किए गए हैं। इसका मुख्य उद्देश्य फ्रॉड और साइबर अपराधों को रोकना है। यदि आप अपना मोबाइल नंबर बदलते हैं, तो आपको तुरंत बैंक और UPI ऐप में इसे अपडेट करना होगा।
UPI यूजर्स के लिए महत्वपूर्ण बातें
- मोबाइल नंबर अपडेट करें: अगर आप नया नंबर लेते हैं, तो तुरंत UPI ऐप और बैंक में अपडेट करें।
- पुराना नंबर बंद होने से पहले कार्रवाई करें: यदि आपका पुराना नंबर बंद हो गया है, तो उस नंबर से लिंक किए गए UPI अकाउंट को तुरंत डिलीट करें।
- बैंक से संपर्क करें: नए नंबर को बैंक खाते और UPI से री-लिंक कराने के लिए अपने बैंक से संपर्क करें।
- साइबर फ्रॉड से बचाव: नंबर अपडेट न करने पर, अगर कोई और व्यक्ति आपका पुराना नंबर इस्तेमाल करने लगे, तो वह आपके खाते तक पहुंच सकता है।
TRAI के नए नियम का प्रभाव
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के नए नियमों के तहत, अगर कोई मोबाइल नंबर 90 दिनों तक निष्क्रिय रहता है, तो वह दोबारा जारी किया जा सकता है। ऐसे में, अगर कोई दूसरा व्यक्ति आपका पुराना नंबर ले लेता है और वह नंबर आपके UPI से जुड़ा है, तो यह साइबर फ्रॉड का कारण बन सकता है।
नंबर बदलते ही यह कदम उठाएं:
✔ पुराने UPI खाते से लिंक हटाएं।
✔ बैंक में नया नंबर अपडेट करें।
✔ नए नंबर से UPI री-रजिस्टर करें।
✔ UPI ऐप्स (Google Pay, PhonePe, Paytm) में नया नंबर जोड़ें।
क्यों लागू किए गए ये नियम?
UPI लेन-देन में तेजी के साथ साइबर फ्रॉड के मामले भी बढ़े हैं। कई बार लोग मोबाइल नंबर बदलने के बाद पुराना नंबर UPI से डिलींक नहीं कराते, जिससे धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है। NPCI और TRAI ने इसी खतरे को देखते हुए नए नियम लागू किए हैं।
यदि आप UPI का सुरक्षित रूप से उपयोग करना चाहते हैं, तो अपने मोबाइल नंबर को समय पर अपडेट करें और बैंकिंग विवरण को सही बनाए रखें। यह नया नियम आपके वित्तीय डेटा को सुरक्षित रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।