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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने घोषणा की है कि नेटफ्लिक्स की चर्चित सीरीज़ ‘Adolescence’ को देश के सभी सेकेंडरी स्कूलों में मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य किशोरों के बीच सोशल मीडिया के हानिकारक प्रभावों, ऑनलाइन कट्टरता, और महिलाओं के प्रति बढ़ती नकारात्मक सोच पर जागरूकता बढ़ाना है।
‘Adolescence’ सीरीज़ का सारांश
‘Adolescence’ एक ब्रिटिश क्राइम ड्रामा मिनी-सीरीज़ है, जो 13 वर्षीय लड़के जेमी मिलर की कहानी पर आधारित है। जेमी पर अपनी सहपाठी कैटी लियोनार्ड की हत्या का आरोप है। यह सीरीज़ दिखाती है कि कैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद कट्टरपंथी विचारधाराएं और महिलाओं के प्रति नफरत फैलाने वाली सामग्री किशोरों के मानसिक विकास और व्यवहार को प्रभावित कर सकती हैं।


स्कूलों में सीरीज़ दिखाने का उद्देश्य
प्रधानमंत्री स्टार्मर के अनुसार, इस सीरीज़ को स्कूलों में दिखाने से छात्रों के बीच महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा को बढ़ावा मिलेगा, जैसे:
- मिसोजिनी (महिलाओं के प्रति नफरत): किशोरों में महिलाओं के प्रति बढ़ती नकारात्मक सोच और इसके परिणामस्वरूप होने वाली घटनाएं।
- ऑनलाइन कट्टरता: सोशल मीडिया पर मौजूद कट्टरपंथी विचारधाराएं और उनका युवाओं पर प्रभाव।
- स्वस्थ संबंधों की समझ: किशोरों को स्वस्थ और सम्मानजनक संबंधों की महत्ता समझाना।
स्टार्मर ने कहा, “एक पिता के रूप में, अपने किशोर बेटे और बेटी के साथ ‘Adolescence’ देखना मेरे लिए गहरा अनुभव था। हमें इन मुद्दों पर अधिक बातचीत करने की आवश्यकता है।”
सीरीज़ की सफलता और सामाजिक प्रभाव
‘Adolescence’ को विश्वभर में 66.3 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इसने दर्शकों के बीच गहरी छाप छोड़ी है। सीरीज़ ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद हानिकारक सामग्री और किशोरों पर उनके प्रभाव के बारे में व्यापक चर्चा को जन्म दिया है।
विशेषज्ञों की राय
मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि इस प्रकार की सामग्री को स्कूलों में दिखाने से छात्रों में डिजिटल साक्षरता बढ़ेगी और वे ऑनलाइन खतरों को बेहतर समझ सकेंगे। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि केवल सीरीज़ दिखाना पर्याप्त नहीं है; इसके साथ ही शिक्षकों और माता-पिता को भी प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि वे छात्रों के साथ इन मुद्दों पर खुलकर चर्चा कर सकें।
निष्कर्ष
नेटफ्लिक्स की ‘Adolescence’ सीरीज़ को यूके के स्कूलों में दिखाने का निर्णय एक महत्वपूर्ण कदम है, जो किशोरों के बीच सोशल मीडिया के हानिकारक प्रभावों, ऑनलाइन कट्टरता, और महिलाओं के प्रति नकारात्मक सोच पर जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगा। यह पहल छात्रों को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित और सम्मानजनक व्यवहार के लिए तैयार करने में सहायक होगी।











