नई दिल्ली: कुछ नेताओं की अजीबों गरीब हरकत की वजह से उन्हें अपना पद भी गवाना पड़ता है लेकिन फिर वो अपने हरकत में बाज नहीं आते है, इसी में से एक है TMC नेता महुआ मोइत्रा, जो पिछले साल दिसंबर में सांसदी चली गई थी, लोकसभा ने अनैतिक आचरण करने को लेकर महुआ को निष्काषित कर दिया था लेकिन अब महुआ मोइत्रा से जुड़े कई ठिकानों पर CBI छापेमारी कर रही है, यह कार्रवाई ‘पैसे लेकर सवाल पूछने’ से जुड़ा है, जांच एजेंसी कोलकाता समेत कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है,
खबर है कि गुरुवार को महुआ मोइत्री के खिलाफ CBI ने रेगुलर केस दर्ज किया था, Delhi से CBI की एक टीम महुआ के पिता के दक्षिण कोलकाता के अलीपुर इलाके स्थित फ्लैट पर पहुंची है, लोकपाल ने ‘पैसे लेकर सवाल पूछने’ के मामले में CBI को महुआ मोइत्रा के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया था, लोकपाल ने सीबीआई को निर्देश दिया कि महुआ मोइत्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज कर जांच की जाए, इसके साथ ही लोकपाल ने जांच एजेंसी को 6 महीने के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है,
लोकपाल ने अपने आदेश में क्या कहा ?
लोकपाल ने अपने आदेश में कहा कि रिकॉर्ड पर मौजूद पूरी जानकारी का सावधानी से मूल्यांकन करने के बाद कोई संदेह नहीं रह जाता है कि महुआ के खिलाफ लगाए गए आरोप, जिनमें से अधिकांश में ठोस सबूत हैं, उनके पद को देखते हुए बेहद गंभीर प्रकृति के हैं, इस वजह से हमारी राय में सच को स्थापित करने के लिए गहन जांच जरूरी है, प्रासंगिक समय पर आरपीएस की स्थिति को देखते हुए यह जरूरी हो जाता है कि एक लोक सेवक अपने पद पर रहने के दौरान कर्तव्यों के निर्वहन में ईमानदारी बरतें,
क्या है मामला?
महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप लगे थे, जांच के बाद एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट स्पीकर को सौंपी थी, इस पूरे मामले की शुरुआत भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों से हुई, निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के लिए रियल स्टेट कारोबारी हीरानंदानी से रिश्वत लेने का आरोप लगाया था, निशिकांत दुबे ने ये आरोप महुआ के पूर्व दोस्त जय अनंत देहाद्रई की शिकायत के आधार पर लगाए, जिस कारण महुआ मल्होत्री पर सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया और उनके कई ठिकानों पर छापेमारी भी शुरू कर दी है,