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विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा: 123 मैच, 9230 रन, 30 शतक और एक स्वर्णिम युग का अंत

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विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े चेहरों में से एक है, उनेहोंने सोमवार 12 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट में कोहली ने कहा, “यह फैसला आसान नहीं था, लेकिन यह सही समय लगता है।”

कोहली ने जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था और तब से लेकर अब तक वह भारतीय क्रिकेट का एक अभिन्न हिस्सा रहे। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली, अडिग आत्मविश्वास और टीम को जीत दिलाने की जिद ने उन्हें आधुनिक दौर के महानतम क्रिकेटरों में शुमार कर दिया।

विराट कोहली का टेस्ट करियर

  • डेब्यू: जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में
  • मैच: 123 टेस्ट
  • रन: 9,230
  • शतक: 30
  • अर्धशतक: 31
  • औसत: 46.85
  • कप्तानी: 2014 से 2022 तक, 68 टेस्ट में कप्तानी, 40 जीत

ऐसा रहा कोहली का टेस्ट करियर

विराट कोहली ने अपने इंटरनेशनल करियर में 123 टेस्ट मैच खेले हैं. जिसकी 210 पारियों में कोहली के बल्ले से 9230 रन निकले हैं. वहीं, उनका हाईएस्ट स्कोर 254 रन है. कोहली का टेस्ट एवरेज भी 46.85 का है और स्ट्राइक रेट 55 से ऊपर है. कोहली ने टेस्ट करियर में 30 शतक और 31 अर्धशतक जमाए हैं जबकि कोहली के बल्ले से 7 दोहरे शतक भी आए हैं. ऐसे में कोहली के पास टेस्ट फॉर्मेट में 10 हजारी बनने और शतकों का रिकॉर्ड कायम करने का एक बढ़िया मौका था. लेकिन कोहली ने संन्यास ले लिया.

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कप्तान कोहली: बदलाव की शुरुआत

2014 में महेंद्र सिंह धोनी के अचानक टेस्ट संन्यास के बाद कोहली को भारतीय टेस्ट टीम की कमान सौंपी गई। उस समय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही थी। लेकिन कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को नया जोश, फिटनेस का मंत्र और आक्रामक सोच दी।

उनकी कप्तानी में भारत ने 68 टेस्ट खेले, जिनमें से 40 में जीत दर्ज की। 2018-19 की ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज़ जीत भारतीय क्रिकेट के इतिहास में मील का पत्थर बन गई — यह ऑस्ट्रेलिया की ज़मीन पर भारत की पहली टेस्ट सीरीज़ जीत थी।

कोहली की लीडरशिप स्टाइल ने टेस्ट क्रिकेट में भारत को नंबर 1 रैंकिंग तक पहुंचाया और विदेशों में जीत दर्ज करने की मानसिकता विकसित की।

भविष्य की राह: सफेद गेंद का फोकस

टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बावजूद कोहली ने साफ किया कि वह वनडे और आईपीएल में खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने 2024 में T20 अंतरराष्ट्रीय से पहले ही संन्यास ले लिया था।

अब उनका पूरा फोकस 2025 चैंपियंस ट्रॉफी और 2026 वर्ल्ड कप की तैयारी पर होगा। उनकी फिटनेस और खेल के प्रति समर्पण को देखते हुए, फैंस उन्हें अब भी लंबे समय तक मैदान पर देखने की उम्मीद कर सकते हैं।

BCCI का भावुक पोस्ट

बीसीसीआई ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘टेस्ट क्रिकेट में एक युग का अंत, लेकिन उनकी विरासत हमेशा रहेगी. भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा. उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा.’

आईसीसी ने कहा,‘भारत के महान टेस्ट क्रिकेटरों में से एक विराट कोहली ने पारंपरिक प्रारूप से विदा ली. सफेद जर्सी नहीं पहनेंगे, लेकिन ताज बरकरार रहेगा. विराट कोहली ने अतुलनीय विरासत छोड़कर विदा ली.’

कोहली की आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने कहा कि उन्हें टेस्ट प्रारूप में पूर्व कप्तान और अपने स्टार खिलाड़ी की कमी खलेगी.

फैंस और क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं

कोहली के संन्यास की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। #ThankYouKohli और #KingKohli ट्रेंड करने लगे। सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, रोहित शर्मा और बीसीसीआई ने उनके योगदान को सलाम किया।

पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, “विराट ने टेस्ट क्रिकेट को जिया है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि टेस्ट क्रिकेट सबसे ऊंचा मंच है।”

निष्कर्ष

विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास सिर्फ एक खिलाड़ी का विदाई नहीं है, बल्कि एक युग का समापन है। उन्होंने जो जुनून, अनुशासन और आक्रामकता मैदान पर दिखाई, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए मिसाल है।

टेस्ट क्रिकेट भले एक महान योद्धा को अलविदा कह रहा हो, लेकिन कोहली की विरासत हमेशा जिंदा रहेगी — हर उस मैदान पर जहां खिलाड़ी सिर ऊंचा करके बल्ला उठाते हैं।